भारत सरकार ने 1999 में एफएम रेडियो नेटवर्क को विस्तार देने के लिए निजी कम्पनियों को लाइसेंस देने का निर्णय लिया, जिसका एक अन्य उद्देश्य स्थानीय स्थानीय महत्व के कार्यक्रमों को प्रमुखता से प्रसारित करना, स्थानीय प्रतिभाओं को उचित मंच उपलब्ध कराना और सरकार के राजस्व में बढ़ोतरी करना था।
एफएम रेडियो के विस्तार के प्रथम चरण में लाइसेंस देने के लिए निजी कम्पनियों को खुली नीलामी में बोली लगाने के लिए आमंत्रित किया गया, जिसके चलते आशानुरूप परिणाम नहीं मिलें। इसके बाद, भारत सरकार ने 24 जुलाई 2003 को भारतीय उद्योग और वाणिज्य मंडल परिसंघ (फिक्की) के महासचिव डॉ. अमित मित्रा की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया। इस कमेटी को प्रथम चरण के नीति की समीक्षा करने तथा निजी एफएम रेडियों प्रसारण के दूसरे चरण के लिए सिफारिशें करने की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी। समिति को दूसरे चरण के लिए प्रथम चरण की नीति में बदलाव करने की सिफारिशें की।
मित्रा कमेटी की सिफारिशों को आम जनता और विशेषज्ञों की टिप्पणी के साथ जांच व सलाह के लिए भारतीय दूससंचार विनियामक प्राधिकरण को भेजा गया। एफएम रेडियों के विस्तार के लिए 30 जून, 2005 को नई नीति को मंजूरी दी गयी, जिसकी अधिसूचना 13 जुलाई 2005 को जारी किया गया। इस नीति के अनुसार भारतीय कंपनी अधिनियम, 1956 के अंतर्गत पंजीकृत कंपनिया बोली लगाने और एफएम चैनल शुरू करने की अनुमति लेने की पात्र होंगी। कंपनियों के पास प्रत्येक श्रेणी के शहर के लिए पर्याप्त नेटवर्क होना चाहिए। दूसरे चरण में 337 निजी एफएम रेडियो को बोली लगाने के लिए रखा गया। इनमें 280 के लिए सफलतापूर्वक बोलियाँ लगायी गयीं। जाँच पड़ताल के बाद 245 चैनलों को चलाने के लिए विभिन्न कंपनियों को अनुमति प्रदान की गई।
2006-07 के दौरान सरकार ने 90 चैनलों से लाइसेंस के रूप में 35 करोड़ रूपये का कुल राजस्व अर्जित किया। वित्त वर्ष 2007-08 में सरकार को दिसम्बर 2007 तक चालू हुए 149 चौनलों से लाइसेंस शुल्क के रूप में 24.71 करोड़ रूपये मिले। 48 शहरों में 97 चैनलों को शुरू करने के लिए 35 कंपनियों ने बोली लगायी। निजी क्षेत्र की प्रमुख एफएम रेडियो चैनल निम्नलिखित हैं:-
1. रेडियो मिर्ची:यह भारत का पहला निजी स्वामित्व वाला रेडियो स्टेशन है, जिसके स्टेशन न केवल भारत में, बल्कि यूएई और कतर में भी एफएम रेडियो संचालित करती है। रेडियो मिर्ची की टैगलाइन है- ‘मिर्ची सुनेवाले ऑलवेज़ खुश’। रेडियो मिर्ची की शुरूआत 1993 में हुई। तब भारत में एक मात्र रेडियो प्रसारक ऑल इंडिया रेडिया था। इसका स्वामित्व ‘एंटरटेनमेंट नेटवर्क इंडिया लिमिटेड’ (द टाइम्स ग्रुप की सहायक कंपनी) के पास है, जो दिल्ली, मुंबई समेत देश के 8 प्रमुख महानगरों में एफएम रेडियों संचालित करती है। रेडियो मिर्ची को 98.3 आवृत्ति पर सुना जा सकता है।
2. फीवर 104 एफएम: फीवर 104 एफएम निजी चैनल है, जो दिल्ली, मुंबई और चेन्नई समेत देश के 13 शहरों में समकालीन सुपरहीट फिल्मी संगीत प्रसारित करता है। फीवर 104 एफएम बॉलीवुड की कई फिल्मों का पार्टनर रहा है।
3. माई एफएम: माय एफएम देश का संचालन दैनिक भास्कर ग्रुप करता है, जिसका श्रोता देश का युवां वर्ग है। इनकी टैगलाइन ‘जियो दिल से’ श्रोताओं को अपना जीवन पूरी तरह से जीने के लिए प्रोत्साहित करती है। माई एफएम रेडियों को 2006 में लॉन्च किया गया, जो नेटवर्क सात राज्यों के प्रमुख शहरों तक फैला हुआ है। वर्तमान में 94.3 आवृत्ति पर माई एफएम को चंडीगढ़, जयपुर, अहमदाबाद, अमृतसर, इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जालंधर, उदयपुर और अन्य स्थानों पर सुना जा सकता है।
4. रेडियो सिटी: यह भारत का प्रमुख निजी एफएम रेडियो स्टेशन है, जिसकी शुरूआत 3 जुलाई 2001 को बेंगलुरु में की गई। वर्तमान समय में इसे गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, केरल में सुना जा सकता है। इसके कार्यक्रम में हिंदी और क्षेत्रीय संगीत का मिश्रण होता है। 2010 में रेडियो सिटी ने अपना इंटरनेट रेडियो स्टेशन ‘रेडियो सिटी फन’ नाम से लॉन्च किया। इसके 18 ऑनलाइन रेडियो स्टेशन हैं। इसने अपने श्रोताओं के बीच गायन प्रतिभा की खोज के लिए 2011 में एक गायन प्रतिभा खोज ‘रेडियो सिटी सुपर सिंगर’ भी शुरू की। रेडियो सिटी को आवृत्ति- 91.1 पर सुना जा सकता है।
5. बिग एफएम: यह भारत का एक राष्ट्रीय निजी रेडियो स्टेशन है, जिसका स्वामित्व और संचालन अनिल अंबानी के पास है। गैर-मेट्रो शहरों में यह चैनल सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक कार्यक्रम प्रसारित करता है, जबकि महानगरीय शहरों में यह 24/7 चालू रहता है। बिग एफएम देश भर के 50 से अधिक शहरों में मौजूद है। इसके श्रोताओं की संभावित संख्या 450 मिलियन से अधिक है। यह मुख्य रूप से स्थानीय भाषा की फिल्मों का संगीत बजाता है। कभी-कभी पश्चिमी संगीत भी बजाया जाता है। बिग एफएम को आवृत्ति- 92.7 पर सुना जा सकता है।
6. रेड एफएम: यह देश का प्रमुख निजी एफएम रेडियो नेटवर्क है, जो देश के 57 शहरों में अपनी सेवा प्रदान करता है। रेड एफएम का मुख्यालय चेन्नई में है। इसका स्वामित्व चेन्नई के मीडिया समूह ‘सन’ ग्रुप के पास है। रेड एफएम नेटवर्क हिंदी, बंगाली, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम सहित विभिन्न भाषाओं में कार्यक्रम प्रसारित करता है। इसे तमिलनाडु में सूर्यन एफएम के नाम से जाना जाता है, जबकि देश के अन्य हिस्सों में रेड एफएम। इसे 93.5 आवृत्ति पर सुना जा सकता है।
7. रेडियो इंडिगो: यह भारत का पहला और सबसे लंबे समय तक चलने वाला अंतर्राष्ट्रीय रेडियो नेटवर्क है, जो बैंगलोर और गोवा में सेवा प्रदान करता है। यह चैनल एशियानेट न्यूज़ मीडिया एंड एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड का एक हिस्सा है। लिमिटेड जिसका स्वामित्व भारतीय जनता पार्टी के संसद सदस्य राजीव चन्द्रशेखर के पास है। अंतर्राष्ट्रीय संगीत के विविध संग्रह के साथ इंडिगो 2006 में भारत का पहला अंतर्राष्ट्रीय संगीत रेडियो स्टेशन बनकर उभरा। इसे आवृत्ति- 91.9 पर सुना जा सकता है।
8. इश्क एफएम: इश्क एफएम को पहले मेव एफएम और ओएई एफएम के नाम से जाना जाता था। यह इंडिया टुडे ग्रुप का हिस्सा है, जो दिल्ली, मुंबई और कोलकाता जैसे प्रमुख शहरों में संगीत प्रसारित करता है। इसे शुरुआत में मेव एफएम के रूप में लॉन्च किया गया था, जो दिल्ली, इंदौर, मुंबई और कोलकाता में एक टॉक-आधारित चैनल था। इसका वर्तमान नाम इश्क एफएम हो गया। इसे आवृत्ति- 104.8 पर सुना जा सकता है।
9. रेडियो वन: यह वर्तमान में एचटी मीडिया प्राइवेट के स्वामित्व में है। रेडियो वन भारत में एक वाणिज्यिक रेडियो नेटवर्क है, जिसे 18 सितंबर 2007 को लॉन्च किया गया था। यह 7 प्रमुख शहरो- कोलकाता, मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, अहमदाबाद, पुणे और बैंगलोर में संचालित होता है। यह एचटी मीडिया के स्वामित्व वाले तीन रेडियो स्टेशनों में से एक है। अन्य फीवर 104 एफएम और रेडियो नशा हैं।
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