Dr Awadhesh K. Yadav (Assistant Professor)
नवंबर 05, 2024
मानव जीवन में लाइट का विशेष महत्व है। इसके बगैर जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। मानव की आंख तभी देख पाती हैं, जब लाइट परिवर्तित होकर उस पर पहुंचता है। विभिन्न रंगों के रूप में लाइट किसी भी वस्तु से टकराकर आंख की पुतली से होकर रेटिना तक पहुंचती है। फिर रेटिना से बनने वाली तस्वीर संदेश के रूप में हमारे मस्तिष्क में उतर जाती हैं। इसी तकनीक पर फोटोग्राफी के दौरान कैमरा भी काम करता है। मानव की आंख और... Read More »
Dr Awadhesh K. Yadav (Assistant Professor)
अक्टूबर 20, 2024
कैमरा (Camera) फोटोग्राफी के दौरान उपयोग किये जाने वाला एक उपकरण है। फोटोग्राफी के लिए पीनहोल कैमरा, व्यू कैमरा, काम्पैक्ट कैमरा, टविन लैन्स रिफ्लैक्स कैमरा, सिंगल लैन्स रिफ्लैक्स कैमरा, इन्सटैंट कैमरा, डिजिटल कैमरा का उपयोग किया जाता है। पिनहोल कैमरा (Pinhole Camera) : पिनहोल कैमरा एक साधारण कैमरा होता है, जिसमें लैंस नहीं लगा होता है। यह एक छोटे से एपर्चर (तथाकथित पिनहोल) की मदद फोटोग्राफी का कार्य करता है। अन्य शब्दों में कहें तो यह एक छोटे से छिद्र वाला लाइट-प्रूफ बॉक्स होता है,... Read More »
Dr Awadhesh K. Yadav (Assistant Professor)
अक्टूबर 07, 2024
जिस प्रकार एक ड्राईवर के लिए अपने कल-पुर्जो की जानकारी होना आवश्यक है, ठीक उसी प्रकार फोटो पत्रकार के लिए भी अपने कैमरे के सभी जानकारी होना जरूरी है। पत्रकारिता के मौजूदा समय में फोटोग्राफी का विशेष महत्व है, क्योंकि वर्तमान भागदौड़ भरी जिंदगी में बहुत से लोगों को समाचार पत्रों में प्रकाशित फोटोग्राफ से घटना-दुर्घटना की भयावहता की जानकारी मिलती है। मौजूदा बाजार में सैकड़ों कम्पनियों के सस्ते-मंहगे कैमरा मौजूद है। सभी कैमरों में निम्नलिखित तत्व मिलते हैं:-व्यू फाइंडर (View finder)लेंस (Lens)शटर (Shutter)फिल्म चैम्बर (Film Chamber) औरपीलाइट... Read More »
Dr Awadhesh K. Yadav (Assistant Professor)
अक्टूबर 07, 2024
प्रकाश के माध्यम से वास्तविक चित्र बनाने का मुख्य साधन है- कैमरा। इसकी कल्पना 14वीं शताब्दी में तब की गई, जब एक व्यक्ति ने अंधेरे कमरे में वाह्य दृश्य का विलोम (उल्टा) प्रतिबिम्ब देखा। यह प्रतिबिम्ब दरवाजे में बने एक छोटे से छिद्र से गुजरते प्रकाश के कारण बन रहा था। यहीं से प्रारंभ हुई कैमरे के विकास की कहानी। इस प्रविधि का कैमरा आब्स्क्यूरा (Camera Obscura) के निर्माण में किया गया। कैमरा (Camera) यूनानी शब्द (Kameraa) से बना है, जो कैमरा आब्स्क्यूरा (Camera... Read More »
Dr Awadhesh K. Yadav (Assistant Professor)
सितंबर 19, 2024
फोटोग्राफी के आविष्कार के बाद समाचार पत्रों में फोटो के बढ़ते प्रयोग के कारण समाचार पत्रों को व्यापक परिवर्तन करना पड़ा। कई समाचार पत्रों ने स्थानीय फोटो स्टूडिया से सम्पर्क कर अपने लिए फोटोग्राफ खींचने की जिम्मेदारी सौंप दी। कुछ ने अपने रिपोर्टरों को ही कैमरा पकड़ा दिया, तो कुछ ने प्रशिक्षित फोटोग्राफरों की विधिवत नियुक्ति भी की। वर्तमान समय में मोबाइल फोन के अंदर कैमरा उपलब्ध होने के कारण रिपोर्टर और फोटोग्राफर दोनों फोटोग्राफी का कार्य कर रहे हैं। इस प्रकार, अधिकांश समाचार... Read More »
Dr Awadhesh K. Yadav (Assistant Professor)
सितंबर 19, 2024
समाचार को फोटो के माध्यम से पाठकों तक पहुंचाने की कला को फोटो पत्रकारिता कहते हैं। वर्तमान समय में कोई भी समाचार पत्र व पत्रिका नहीं है, जो बगैर फोटोग्राफ के प्रकाशित करती है। परिणामतः फोटो पत्रकारिता एक सशक्त और प्रभावी जनसंचार माध्यम बनकर उभरा है।संचार विशेषज्ञों का कहना है कि ‘एक अच्छी फोटोग्राफ अपने पाठकों को कई हजार शब्दों के बराबर संदेश देती है’। समाचार पत्रों व पत्रिकाओं के लिए फोटोग्राफ उतने ही महत्वपूर्ण है, जितना कि शब्दों में लिखित समाचार। भारत जैसे... Read More »
Dr Awadhesh K. Yadav (Assistant Professor)
सितंबर 02, 2024
फोटो पत्रकारिता की अवधारणा काफी पुरानी है, क्योंकि कैमरे के आविष्कार से पहले समाचार पत्रों में रेखाचित्रों का प्रकाशन होता था। यह एक ऐसी विधा है, जिसमें भाषा की आवश्यकता नहीं होती है। कैमरा के आविष्कार के बाद समाचार पत्रों में फोटो के प्रयोग से पत्रकारिता का स्वरूप बदल गया है। फोटो के माध्यम से बड़ी से बड़ी घटना का वर्णन हो जाता है। यही कारण है कि संचार के विभिन्न माध्यमों में दृश्य माध्यम को सर्वाधिक प्रभावी माना जाता है। समाचारों और लेखों... Read More »