प्रारंभिक चरण
भारत में टेलीविजन प्रसारण की शुरुआत 15 सितंबर, 1959 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद द्वारा वयस्कों को शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से आकाशवाणी के अधीन दूरदर्शन के नाम से हुई। इसकी स्थापना के लिए यूनेस्को द्वारा 20,000 डॉलर का अनुदान प्रदान किया गया था। दूरदर्शन के पहले निदेशक शैलेंद्र शंकर थे। प्रसारण के लिए आकाशवाणी भवन, नई दिल्ली की पांचवीं मंजिल पर एक छोटे स्टूडियो में 500 वाट का ट्रांसमीटर स्थापित किया गया, जिसके माध्यम से 20 किलोमीटर के दायरे में प्रसारण संभव था।
1960-61 में दिल्ली के स्कूली बच्चों के लिए टेलीविजन पर शैक्षिक कार्यक्रमों का प्रसारण शुरू हुआ। वयस्कों की शिक्षा और स्कूलों के लिए कार्यक्रमों को बढ़ावा देने हेतु सरकार ने सामुदायिक टेलीविजन सेट वितरित किए। इसी वर्ष पहली बार स्वतंत्रता दिवस के ध्वजारोहण का सीधा प्रसारण किया गया। अक्टूबर 1961 में फोर्ड फाउंडेशन और शिक्षा निदेशालय, दिल्ली के सहयोग से एक शिक्षणात्मक योजना शुरू की गई, जिसमें प्रति सप्ताह स्कूली बच्चों के लिए भौतिकी, रसायन विज्ञान, भूगोल, समाजशास्त्र, हिंदी, और अंग्रेजी जैसे विषयों पर 20-20 मिनट के पाठ सुबह-शाम प्रसारित होने लगे। प्रख्यात समाजशास्त्री पाल न्यूरथ ने इस योजना को टेलीविजन को शिक्षा का प्रभावी साधन बनाने वाला कदम बताया।
नियमित प्रसारण और विस्तार
15 अगस्त, 1965 को एक घंटे का नियमित प्रसारण शुरू हुआ, और उसी दिन पहला समाचार बुलेटिन प्रसारित किया गया। इससे पहले टेलीविजन प्रसारण मुख्य रूप से स्कूली शिक्षा और ग्रामीण विकास पर केंद्रित था। 26 जनवरी, 1967 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने किसानों को कृषि संबंधी नवीन तकनीकों और संसाधनों की जानकारी देने के लिए कृषि दर्शन कार्यक्रम शुरू किया। शुरुआत में यह कार्यक्रम बुधवार और शुक्रवार को 20-20 मिनट के लिए प्रसारित होता था, जिसे 15 जुलाई, 1970 से बढ़ाकर 30 मिनट कर दिया गया।
2 अक्टूबर, 1972 को बंबई में, 26 जनवरी, 1973 को श्रीनगर, और 29 सितंबर, 1973 को अमृतसर में दूरदर्शन केंद्र स्थापित किए गए। श्रीनगर और अमृतसर केंद्रों की स्थापना सरकार ने मजबूरी में की, क्योंकि इन क्षेत्रों में लाहौर और इस्लामाबाद से प्रसारित भारत विरोधी कार्यक्रमों का प्रभाव बढ़ रहा था। अगस्त 1975 में उपग्रह की मदद से आंध्र प्रदेश, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, गुजरात, बिहार, और महाराष्ट्र के 2400 गांवों में दूरदर्शन सेवा शुरू की गई।
1975 में नए केंद्रों का विस्तार हुआरू 27 अप्रैल को जालंधर, 9 अगस्त को कोलकाता, 14 अगस्त को मद्रास, और नवंबर में लखनऊ में प्रसारण शुरू हुआ। कोलकाता और लखनऊ के केंद्र अस्थायी थे। जनवरी 1976 में इन सातों केंद्रों से समाचार, खेल, नाटक, फीचर फिल्म, गीत और विज्ञापनों का प्रसारण शुरू हुआ। अप्रैल 1976 में चंद्रा कमेटी की सिफारिश पर दूरदर्शन को आकाशवाणी से अलग कर एक स्वतंत्र इकाई बनाया गया।
रंगीन प्रसारण और तकनीकी प्रगति
15 अगस्त, 1982 को एशियाई खेलों के अवसर पर दूरदर्शन ने रंगीन प्रसारण शुरू किया, जिसने दर्शकों के अनुभव को और समृद्ध किया। 19 नवंबर, 1985 को इनटेक्सट नामक टेलीटेक्स्ट सेवा शुरू की गई, जो समाचार और अन्य जानकारी त्वरित रूप से प्रदान करती थी। 23 फरवरी, 1987 को प्रभातकालीन प्रसारण सेवा शुरू हुई, जिसने सुबह के समय दर्शकों के लिए नए कार्यक्रम उपलब्ध कराए।
1993 में मेट्रो चौनल की शुरुआत हुई, और विदेशी चैनलों का आगमन हुआ। राष्ट्रीय प्रसारण सेवा को डीडी-1, डीडी-2 और डीडी-3 में विभाजित किया गया, जबकि क्षेत्रीय भाषाओं के चैनलों को डीडी-4, डीडी-5 और डीडी-6 नाम दिया गया। 1996 में आय बढ़ाने के लिए विज्ञापन प्रसारण सेवा शुरू की गई, जिसने दूरदर्शन को वाणिज्यिक रूप से और सशक्त बनाया।
समाचार चैनल और आधुनिक युग
3 नवंबर, 2003 को दूरदर्शन ने डीडी न्यूज नामक 24X7 समाचार चैनल शुरू किया, जो समाचार बुलेटिन और समसामयिक मुद्दों पर परिचर्चा प्रसारित करता है। इसके अलावा डीडी नेशनल पर भी नियमित समाचार बुलेटिन प्रसारित होते हैं। आज टेलीविजन पर समाचार चैनलों की होड़ लगी है, जहां ब्रेकिंग न्यूज, लाइव कवरेज, और सबसे तेज जैसे नये चैनलों की लोकप्रियता को बढ़ा रहे हैं।
डिजिटल युग और वर्तमान स्थिति
2000 के दशक के मध्य में डिजिटल टेलीविजन और डायरेक्ट-टू-होम (DTH) सेवाओं ने भारत में टेलीविजन के परिदृश्य को बदल दिया। 2004 में दूरदर्शन ने डीडी डायरेक्ट प्लस (अब डीडी फ्री डिश) लॉन्च किया, जो मुफ्त DTH सेवा प्रदान करता है और ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक रूप से लोकप्रिय है। इसने लाखों घरों तक मुफ्त में टेलीविजन चैनल पहुंचाए।
2010 के दशक में इंटरनेट और ओवर-द-टॉप (OTT) प्लेटफॉर्म्स के उदय ने टेलीविजन की परंपरागत अवधारणा को चुनौती दी। नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम, और हॉटस्टार जैसे प्लेटफॉर्म्स ने दर्शकों को ऑन-डिमांड सामग्री प्रदान की। इसके बावजूद, दूरदर्शन और अन्य पारंपरिक चैनल क्षेत्रीय भाषाओं और ग्रामीण दर्शकों के लिए प्रासंगिक बने रहे।
2020 तक भारत में 2000 से अधिक टेलीविजन चैनल उपलब्ध थे, जिनमें समाचार, मनोरंजन, खेल और क्षेत्रीय भाषा चैनल शामिल हैं। 2023 में दूरदर्शन ने अपनी डिजिटल उपस्थिति को मजबूत करने के लिए DD India को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और आकर्षक बनाया, जिसका उद्देश्य वैश्विक दर्शकों तक भारतीय संस्कृति और समाचार पहुंचाना है।
भविष्य की संभावनाएं
भारत में टेलीविजन का भविष्य डिजिटल और पारंपरिक प्रसारण के संयोजन में निहित है। 5G तकनीक और स्मार्ट टीवी के बढ़ते उपयोग ने इंटरैक्टिव और हाइब्रिड सामग्री की मांग को बढ़ाया है। दूरदर्शन भी अपनी सामग्री को डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध कराने के लिए कदम उठा रहा है, जैसे यूट्यूब और अन्य स्ट्रीमिंग सेवाएं। साथ ही, एआई-आधारित सामग्री अनुशंसा और वर्चुअल रियलिटी (VR) जैसे नवाचार टेलीविजन के अनुभव को और समृद्ध कर रहे हैं।
आज भारत का टेलीविजन उद्योग शिक्षा, मनोरंजन और सूचना के क्षेत्र में एक शक्तिशाली माध्यम बना हुआ है, जो विविधता और नवाचार के साथ निरंतर विकसित हो रहा है।
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भारत में टेलीविजन के विकास पर आधारित अति लघु उत्तरी प्रश्न और उत्तर
- प्रश्न: भारत में टेलीविजन प्रसारण की शुरुआत कब हुई? उत्तर: 15 सितंबर, 1959 को।
- प्रश्न: दूरदर्शन की स्थापना का मुख्य उद्देश्य क्या था? उत्तर: वयस्कों को शिक्षा प्रदान करना।
- प्रश्न: दूरदर्शन के पहले निदेशक कौन थे? उत्तर: शैलेंद्र शंकर।
- प्रश्न: भारत में टेलीविजन प्रसारण के लिए पहला ट्रांसमीटर कितनी शक्ति का था? उत्तर: 500 वाट।
- प्रश्न: दिल्ली में स्कूली बच्चों के लिए टेलीविजन कार्यक्रम कब शुरू हुए? उत्तर: 1960-61 में।
- प्रश्न: स्वतंत्रता दिवस के ध्वजारोहण का पहला सीधा प्रसारण कब हुआ? उत्तर: 1960 में।
- प्रश्न: फोर्ड फाउंडेशन के सहयोग से शिक्षणात्मक योजना कब शुरू हुई? उत्तर: अक्टूबर 1961 में।
- प्रश्न: नियमित प्रसारण और समाचार बुलेटिन की शुरुआत कब हुई? उत्तर: 15 अगस्त, 1965 को।
- प्रश्न: कृषि दर्शन कार्यक्रम की शुरुआत किसने की? उत्तर: इंदिरा गांधी।
- प्रश्न: बंबई में दूरदर्शन केंद्र कब खोला गया? उत्तर: 2 अक्टूबर, 1972 को।
- प्रश्न: उपग्रह के माध्यम से दूरदर्शन सेवा कब शुरू हुई? उत्तर: अगस्त 1975 में।
- प्रश्न: दूरदर्शन को आकाशवाणी से कब अलग किया गया? उत्तर: अप्रैल 1976 में।
- प्रश्न: रंगीन प्रसारण की शुरुआत कब हुई? उत्तर: 15 अगस्त, 1982 को।
- प्रश्न: इनटेक्सट सेवा कब शुरू की गई? उत्तर: 19 नवंबर, 1985 को।
- प्रश्न: डीडी न्यूज चैनल की शुरुआत कब हुई? उत्तर: 3 नवंबर, 2003 को।
- प्रश्न: डीडी डायरेक्ट प्लस (डीडी फ्री डिश) कब लॉन्च हुआ? उत्तर: 2004 में।
- प्रश्न: मेट्रो चैनल की शुरुआत कब हुई? उत्तर: 1993 में।
- प्रश्न: विज्ञापन प्रसारण सेवा कब शुरू की गई? उत्तर: 1996 में।
- प्रश्न: प्रभातकालीन प्रसारण सेवा कब शुरू हुई? उत्तर: 23 फरवरी, 1987 को।
- प्रश्न: 2023 में दूरदर्शन ने किस चैनल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आकर्षक बनाया? उत्तर: डीडी इंडिया।